hindi net technology |
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» किसी भी एप का
क्लोन नहीं चला सकते -
आपको गूगल प्ले
स्टोर पर parellel space जैसे बहुत सारे एप्स मिल जायेंगे जिससे आप अपने फ़ोन में
मल्टी विंडो यूज़ कर सकते है और एक साथ दो एप्स चला सकते है | ये एक काफी उपयोगी फीचर है जहाँ आप
व्हाट्सप्प पर अपने दोस्तों से चैटिंग कर सकते है और साथ ही दूसरे विंडो में
यूट्यूब वीडियो भी देख सकते है, पर अभी तक ऐसा फीचर आईफोन में नहीं आया है | एंड्राइड 7.1
नौगट से ये फीचर
अब पहले से एंड्राइड में होता है |
» ब्लूटूथ से
फाइल ट्रांसफर न होना -
दोस्तों एप्पल
इस बात की गारंटी देता है की उसके फ़ोन कभी भी हैंग नहीं होंगे इस कारण वह सिर्फ
दुसरे आई फ़ोन से कनेक्ट होता है और फाइल का ट्रान्सफर करता है | जिसके कारण एप्पल
के फ़ोन में कभी भी वाइरस नहीं आता है | जबकि एंड्राइड फ़ोन्स में हम ब्लूटूथ को
किसी भी डिवाइस से जोड़े सकते है | आईफोन यूजर्स आज भी ब्लूटूथ का इस्तेमाल सिर्फ
दूसरे आईफोन में फाइल ट्रांसफर करने के लिए कर सकते है | हालांकि फाइल ट्रांसफर करने के लिए और भी
दूसरे विकल्प मौजूद है पर ये एक ऐसी कमी है जो आईफोन में मौजूद है |
» ईमेल करने में परेशानी -
जहाँ हम अपने
एंड्राइड फ़ोन पर जी मेल ओपन करके कोई भी फाइल अटैच करके बहुत आसानी से ईमेल कर
सकते है वहीं आईफोन पर ईमेल करना इतना आसान नहीं है | अगर आप आईफोन से किसी पीडीएफ या .doc फाइल को
ईमेल करना चाहते तो आपको पहले वो ऐप ओपन करनी होगी जिसमे पीडीएफ फाइल है फिर वहां
से शेयर ऑप्शन में जाकर ईमेल choose करना होगा जिससे ये पूरी प्रक्रिया कठिन हो
जाती है |
» अपनी पसंदीदा
रिंगटोन नहीं लगा सकते -
एंड्राइड यूजर
किसी भी गाने को अपने रिंगटोन सेट कर सकते है | आपका एंड्राइड फ़ोन 5000
रुपये का हो या 50000 रुपये का ये सुविधा सभी एंड्राइड फ़ोन में
होती है पर वहीं आईफोन उपयोगकर्ता ऐसा नहीं कर सकते, उनको कंपनी द्वारा रिंगटोन से ही काम चलानी पड़ती है | इसीलिए एप्पल की रिंगटोन फेमस है |
» आईफोन में नहीं
है गेस्ट मोड -
एंड्राइड के
वर्ज़न 5.0
लॉलीपॉप से हमे
मल्टी यूजर मोड देखने को मिला है जिससे आप अपने फ़ोन में एक से ज्यादा यूजर क्रिएट
कर सकते है |
अक्सर आप से जब
लोग फ़ोन मांगते है तो आपको डर लगा रहता है कि कही वो आपके पर्सनल फाइल को न देख
ले |
मल्टी यूजर मोड
से आप गेस्ट मोड में अपने फ़ोन को डाल कर दुसरो को दे सकते है जिससे वो आपके
फाइल्स चेक नहीं कर पाएंगे | ऐसा कोई भी फीचर हमे आईफोन में नहीं मिलता है |
» आईफोन का अलग
है चार्जर -
एंड्राइड यूजर
अपने फ़ोन को किसी भी कंपनी के चार्जर से चार्ज कर सकते है | उन्हें अपना चार्जर हर जगह लेकर जाने कि
जरुरत नहीं पड़ती |
वहीं आईफोन यूजर
सिर्फ एप्पल के चार्जर से ही फ़ोन को चार्ज कर सकते है | एंड्राइड के नए फ़ोन्स में चार्जिंग के लिए
अब USB
Type C मिलना शुरू हुआ
है जिसका कनेक्टर आपको बाजार में मिल जायेगा पर वहीं एप्पल फ़ोन के कनेक्टर के लिए
आईफोन उपयोगकर्ताओं को 2000
से ऊपर खर्च
करने पड़ते है |
» कस्टमाइज नहीं
कर सकते:
एंड्राइड यूजर
अपने फ़ोन में अलग अलग लॉन्चर, आइकॉन पैक,
विजेट्स इनस्टॉल
कर के अपने फ़ोन को मनचाहा लुक दे सकते है, पर आईफोन यूजर्स को ऐसा कोई ऑप्शन नहीं मिलता है | उन्हें अपने फ़ोन को एक जैसा लुक में ही सोलो
यूज़ करना पड़ता है |
» एप्स और गेम्स नहीं
है फ्री -
एंड्राइड यूजर
गूगल प्ले स्टोर या दूसरे वेबसाइट से लाखो गेम्स और एप्स फ्री में डाउनलोड कर सकते
है |
एंड्राइड यूजर
के लिए बहुत सारे ऑप्शन मौजूद है, पर आईफ़ोन यूजर्स वाइरस के डर से सिर्फ एप्पल एप्प स्टोर से ही ऐप्स और गेम्स
इनस्टॉल कर सकते है और उनमे से ज्यादातर एप्स फ्री नहीं होते है |
» कॉल रिकॉर्ड
नहीं कर सकते -
एंड्राइड यूजर
अगर कोई कॉल रिकॉर्ड करना चाहे तो प्ले स्टोर पर उनको बहुत सारी फ्री एप्लीकेशन
मिल जाएगी,
पर आईफोन पर ऐसा
नहीं है |
आईफोन यूजर को
अगर कॉल रिकॉर्ड करना हो तो गूगल वौइस या फिर अपना मेल वौइस यूज़ करना होगा | ऐसी कोई फ्री एप एप्पल एप स्टोर पर नहीं है
जिससे वो फ्री में कॉल रिकॉर्ड कर पाए |
धन्यवाद |
ये है दुनिया में सबसे मशहूर बॉडीबिल्डर देखें ....
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